कोलकोता. सुपर साइक्लोन अम्फान (super Cyclone Amphan) से ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भारी तबाही हुई है। इस खतरनाक तूफान से पश्चिम बंगाल और ओडिशा में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई। जबकि यहां के कई इलाकों में भारी नुकसान पहुंचा है।
तूफान बुधवार दोपहर ढाई बजे बीच पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हातिया द्वीप के बीच तट से टकराया । इस दौरान ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में बुधवार को 190 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही थी। हवा की रफ्तार अब थम गई है और तूफान बांग्लादेश की तरफ बढ़ गया है।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया है कि ये तूफान कोरोना वायरस की आपदा से बड़ी थी। उन्होंने कहा कि इस तूफान में कम से कम 10-12 लोगों की जान गई। उन्होंने कहा, ‘इलाके के इलाके तबाह हो गये। नंदीग्राम और रामनगर /उत्तर तथा दक्षिण 24 परगना के दो जिले पूरी तरह तबाह हो गये।’

दीघा तट पर समुद्र की काफी ऊंची लहरें दिखी। भारी बारिश के कारण कई स्थानों पर पानी भर गया, वहीं कच्चे मकान गिर गए या क्षतिग्रस्त हो गए। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक उत्तरी 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर जिलों में 160-170 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही थीं. हवाओं की गति बढ़कर 185 किमी प्रति घंटे तक पहुंच गई.

कोलकाता में उत्तरी और दक्षिणी 24 परगना तथा पूर्वी मिदनापुर से आने वाली खबरों में कहा गया है कि खपरैल मकानों के ऊपरी हिस्से तेज हवाओं में उड़ गए। बिजली के खंभे टूट गए या उखड गए। भारी बारिश के कारण कोलकाता के निचले इलाकों में सड़कों और घरों में पानी जमा हो गया। मध्य कोलकाता के अलीपुर में सुबह आठ बजे से रात 8.30 बजे के बीच 222 मिलीमीटर बारिश हुई तो दमदम में 194 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी। कोलकाता के अधिकतर हिस्सों में रात नौ बजे के बाद बारिश रुक गयी, लेकिन तेज हवाएं चलती रहीं।


ओडिशा में भी भारी बारिश
चक्रवात के कारण ओडिशा के पुरी, खुर्दा, जगतसिंहपुर, कटक, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, गंजम, भद्रक और बालासोर जिलों के कई इलाकों में तेज बारिश हुई। उत्तरी और दक्षिणी 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर जिलों में पांच मीटर तक का ज्वार उठा, जिससे काफी दायरे में आने वाले क्षेत्र जलमग्न हो गए। पश्चिम बंगाल में कल तक तेज हवाएं और बारिश के जारी रहने का अनुमान है। असम और मेघालय में भी बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है।