वास्तु शास्त्र: हमारे शास्त्रों में शंख का हमेशा से बहुत महत्व रहा है। किसी भी अच्छे कार्य की शुरुआत शंख बजाकर ही की जाती थी। कहते हैं शंख में देवतागण वास करते हैं। इसके मध्य में वरुण देव, पृष्ठ भाग में ब्रह्मा जी और अग्र भाग में गंगा और सरस्वती का निवास माना जाता है।
घर में शंख रखने से वास्तु दोषों से छुटकारा मिलता है, साथ ही धन और आरोग्य की प्राप्ति होती है।
आपको बता दे कि शंख प्रायः तीन प्रकार के होते हैं- दक्षिणावृत्ति शंख, मध्यावृत्ति शंख तथा वामावृत्ति शंख।
👉🏻 Click here to Join Our Whatsapp📱Group
यदि आपके घर के किसी हिस्से में वास्तु दोष है, तो उस कोने में शंख रखने से वहां का वास्तु दोष समाप्त हो जाता है।
जो शंख दाहिने हाथ से पकड़ा जाता है, वह दक्षिणावृत्ति शंख कहलाता है। जिस शंख का मुंह बीच में खुलता है, वह मध्यावृत्ति शंख कहलाता है और जो शंख बायें हाथ से पकड़ा जाता है, वह वामावृत्ति शंख कहलाता है।
👉🏻 CLICK HERE TO JOIN OUR FACEBOOK PAGE
इनमें से दक्षिणावृत्ति शंख को लक्ष्मी का कारक माना जाता है। इसे घर में रखने से धन-सम्पदा में बरकत होती है।
.
Better News (India) पर ताज़ा Hindi ख़बरें; हमारे फ़ेस्बुक , इंस्टाग्राम , ट्विटर और यूटूब अकाउंट पर भी अप्डेट होती रहती है, जुड़े रहे।
यह भी पढ़े:
- Alert: जरा संभल कर, पंजाब में 5 से 60 साल की उम्र वालों के लिए Advisory हुई जारी!
- पंजाब में आने वाले 24 घंटे अहम, मौसम विभाग ने की भविष्यवाणी
- पंजाब में 10 PCS अधिकारियों के तबादले, जानें:
- कोरोना जैसे Virus के 2 नए मामले, पंजाब के बच्चों और बुजुर्गों के लिए Alert
- पंजाब में छुट्टी का ऐलान, बंद रहेंगे यहां के स्कूल-कॉलेज!